दिल्ली में चल रहे इलेक्शन में भाषण बाजी गलत भड़काऊ बयानात के कारण उसने गोली चलाई इसका अर्थ यह है कि इन सब बयानात जैसे " टुकड़े-टुकड़े गैंग" हिंदू मुसलमान"भारत-पाकिस्तान" और इस जैसे बहुत से शब्दों ने उसको इस चीज पर उकसाया है, और याद रहे कि आतंकवाद धर्म और मजहब में नहीं होता बल्कि विचारों और संस्थाओं में होता है , कोई भी बंदूक, बम उठाकर कभी भी कहीं भी हमला कर सकता है , तो इसका कारण उसका मानसिक संतुलन और उसके सुने हुए गलत भड़काऊ बयानात, और गलत शिक्षा , गलत इंफॉर्मेशन भी हो सकती है इस सब को धर्म और मजहब से नहीं जोड़ना चाहिए।
इसीलिए विचारों और शिक्षा को दुरुस्त और सही करना हमारे समाज के लिए बड़ा ही अनिवार्य हो गया है ।
अनुरोध के लिए धन्यवाद।
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